मसूरी में गूंजा खेलों और संस्कृति का उत्सव, 23 वीं एथलेटिक्स मीट में दिखा बच्चों का जोश
मसूरी के ऐतिहासिक सर्वे मैदान में खेल और संस्कृति का एक शानदार संगम देखने को मिला। 23वीं क्षेत्रीय एथलेटिक्स मीट का, जिसका आयोजन सनातन धर्म गर्ल्स इंटर कॉलेज, मसूरी द्वारा बड़े उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। क्षेत्रीय एथलेटिक्स मीट में मसूरी क्षेत्र के 7 विद्यालयों के लगभग 250 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और अपने खेल कौशल का दमदार प्रदर्शन किया। तीन दिवसीय इस आयोजन का समापन बुधवार को हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रदेश महामंत्री श्रीमती गोदावरी थापली रहीं। उन्होंने छात्र-छात्राओं के मार्च पास्ट की सलामी ली और विजेताओं को पदक और ट्रॉफियां प्रदान कर सम्मानित किया।
क्षेत्रीय एथलेटिक्स मीट की समाप्ति पर प्रस्तुत किया गया बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम समारोह का प्रमुख आकर्षण रहा। विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग नृत्य, गीत और नाट्य प्रस्तुतियों से ऐसा समां बांधा कि मौजूद सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। बच्चों ने उत्तराखंड की लोक संस्कृति के साथ-साथ राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर सभागार को तालियों की गूंज से भर दिया।
प्रधानाचार्या डॉ. नम्रता श्रीवास्तव ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में न सिर्फ आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि प्रतिस्पर्धा की भावना और सांस्कृतिक जागरूकता का भी विकास होता है। उन्होंने सभी प्रतिभागी विद्यालयों, शिक्षकों और छात्रों का आभार जतायार्। डॉ. नम्रता श्रीवास्तव ने कहा, जो जीते हैं उनके लिए यह शुरुआत है और जो हारे हैं उन्हें यह सोचना चाहिए कि सुधार की गुंजाइश कहां थी।ष् उन्होंने आगे कहा कि बच्चों को अपने अनुभवों से सीखकर आगे बढ़ना चाहिए।
इस प्रतियोगिता में आर.एन भार्गव इंटर कॉलेज के कक्षा 12 के छात्र संजीव कुमार ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए चार स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान खींचा। बेहद आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आने वाले संजीव ने बताया कि उन्होंने बीच में पढ़ाई भी छोड़ दी थी, लेकिन पीटीआई शैलेंद्र बिष्ट के मार्गदर्शन और सहयोग से वे सुभाष चंद्र बोस छात्रावास में रहकर निरंतर अभ्यास कर पा रहे हैं। पीटीआई शैलेंद्र बिष्ट ने बताया कि संजीव एक प्रतिभाशाली धावक हैं, जिन्हें नियमित अभ्यास और आर्थिक सहयोग की सख्त जरूरत है। यदि उन्हें उचित मंच और सहायता मिले, तो वे आने वाले समय में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं।
पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार की रैलियां छात्रों की प्रतिभा को आगे लाने का सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि आज भी कई सरकारी विद्यालयों में खेल मैदानों की भारी कमी है। मसूरी में वर्षों से स्थायी स्टेडियम की मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक उस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
उन्होंने सरकार से अपील की कि जल्द से जल्द मसूरी में ब्लॉक स्तरीय आधुनिक स्टेडियम का निर्माण कराया जाए, जिससे छात्र-छात्राएं अपनी प्रतिभा का खुलकर प्रदर्शन कर सकें।प्रतियोगिता के दौरान बच्चों में गजब का उत्साह देखने को मिला। हर स्पर्धा में उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया। आयोजकों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों को खेलों और संस्कृति दोनों में संतुलन साधने का अवसर मिलता है।
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